1 घंटे में 44 एमएम बारिश, तापमान 9 डिग्री गिरा, निचले इलाकों में पानी भरने से बढ़ी दिक्कत
रविवार को घंटेभर तक हुई झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से जहां निजात मिली, वहीं निचले क्षेत्रों में जलभराव होने से समस्या भी पैदा हो गई। शहर की कोई भी ऐसी सड़क नहीं बची जहां दो से तीन फुट तक पानी जमा न रहा हो। अजरौंदा चौक और ओल्ड फरीदाबाद का रेलवे अंडरपास से दोपहिया वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया। यही नहीं अंडरपास से चारपहिया वाहन भी नहीं निकल पा रहे थे। नगर निगम द्वारा नालों की प्रॉपर सफाई और पानी निकासी की व्यवस्था न करने से पूरे शहर में जलभराव की स्थिति बन गई। जिले में 44 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे तापमान में करीब नौ डिग्री गिरावट दर्ज की गई।
सवा 4 बजे शुरू हुई बारिश
रविवार दोपहर तक आसमान साफ रहा। इसके बाद धीरे-धीरे बादल छाने लगे। शाम करीब सवा चार बजे बारिश शुरू हो गई। एक घंटे जमकर बारिश हुई। इसके बाद रुक रुककर बारिश होती रही। मौसम वैज्ञानिक महेश पहलावत के अनुसार रविवार को दिन का तामपान 33 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश के बाद करीब नौ डिग्री गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद तापमान 24 डिग्री तक पहुंच गया। उनका कहना है कि अभी एक-दो दिन तक ऐसे ही हालात बने रहेंगे। बारिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
6 बजे धूप निकलने से बढ़ गई उमस
बारिश खत्म होने के बाद करीब सवा छह बजे धूप निकल आई। इससे उमस बढ़ गई। उधर सदर कानूनगो सुमेर सिंह ने बताया कि फरीदाबाद में रविवार को करीब 44 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया जिले में फरीदाबाद, बल्लभगढ़, दयालपुर और मोहना में बारिश मापने के यंत्र लगे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बल्लभगढ़ में 13 मिलीमीटर, दयालपुर और मोहना में 3-3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
निगम की तैयारियों की खुली पोल
इस बार कोरोना संकट के चलते निगम प्रशासन प्री मानसून के लिए कोई तैयारी नहीं कर पाया है। इसका परिणाम यह हुआ कि शहर के अधिकांश इलाके घंटेभर की बारिश में ही डूब गए। निगम के एसई बीके कर्दम का कहना है कि बारिश शुरू होते ही एनएचपीसी अंडरपास समेत अन्य जलभराव वाले इलाकों से पानी निकासी का काम शुरू करा दिया गया।
शहर के निचले इलाकों में भरा पानी
एक घंटे की बारिश ने एनआईटी, ओल्ड फरीदाबाद और बल्लभगढ़ के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। एनआईटी व ओल्ड फरीदाबाद क्षेत्र की अधिकांश सड़कें पानी से भर गईं। खासकर सेक्टर 52, पर्वतीया काॅलोनी, संजय काॅलोनी, वार्ड नंबर पांच का सबसे अधिक बुरा हाल रहा। अजरौंदा चौक, एनएचपीसी अंडरपास और ओल्ड फरीदाबाद का रेलवे अंडरपास की भी यही स्थिति रही। यहां दोपहिया वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया। यहां तक की कार चालकों को भी निकलने में परेशानी हो रही थी। रेलवे अंडरपास तो पूरी तरह से बंद हो गया। बारिश के दौरान उधर से निकल रहा एक पिकअप वाहन चालक पानी में ही फंस गया। अजरौंदा से लेकर बल्लभगढ़ फ्लाईओवर तक सर्विस लेन और हाईवे पर पानी जमा रहा।
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